पटना....आई एम ए हाल, गांधी मैदान, पटना के सभागार में भारतीय स्वतंत्र शिक्षण संघ द्वारा निजी विद्यालयों का राष्ट्रीय सम्मेलन सह शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन का उद्घाटन ग्रामीण विकास मंत्री श्रवन कुमार एवं बिहार विधान परिषद सह पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सभी माननीय अतिथियों का स्वागत बुके, स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र के द्वारा किया गया। सभाध्यक्ष संगठन के संस्थापक सह राष्ट्रीय अध्यक्ष भारत मानस ने कार्यक्रम परिचय भाषण में कहा कि निजी विद्यालयों के सम्मेलन में बिहार राज्य के सभी जिलों के साथ देश के कई राज्यों के विद्यालय प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जिन्हें शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए अतिथियों द्वारा "शिक्षक रत्न सम्मान 2023" से सम्मानित किया जा रहा है।निजी विद्यालयों का देश व समाज के विकास में योगदान का ऐतिहासिक व सांस्कृतिक विरासत रहा है, परंतु वर्तमान समय में कोरोना लॉकडाउन के बाद निजी विद्यालय संचालक व शिक्षक अंतिम पीड़ा से गुजर रहे हैं। निजी विद्यालय परिवार देश व सरकार के सामने सदैव शांति का प्रतीक रहा है। वर्तमान में इनकी समस्याओं के समाधान के लिए सरकार व शिक्षा विभाग के सहानुभूति की आवश्यकता है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भूषण शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि हम संगठन परिवार के तरफ से कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, निजी विद्यालयों के जिला व राज्य प्रतिनिधि एवं कार्यक्रम में सहभागी सभी निजी विद्यालय परिवार को भाव भरे हृदय से आत्मीय स्वागत करते हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि इस कार्यक्रम में सहभागी सभी अतिथि एवं विद्यालय परिवार की उपस्थिति राज्य व देश को शिक्षित व समृद्ध बनने का साक्षी बनें। संरक्षक सह जिलाध्यक्ष, नालंदा डॉ शिवकुमार प्रसाद सिन्हा ने कहा कि यह कार्यक्रम शिक्षकों के सम्मान के साथ निजी विद्यालय परिवार की एकता व अखंडता को बढ़ाते हुए राज्य व देश की गौरव गरिमा को बढ़ाने के लिए की गई है हमारा पूरा विश्वास है कि सरकार एवं शिक्षा विभाग हमारे निजी विद्यालय की समस्याओं को त्वरित रूप से समाधान करेंगे, ताकि हम अपना योगदान अच्छी रूप से जारी रख सकें। मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि हमारी सरकार समाज में अच्छे कार्य कर रहे सभी वर्ग को सम्मान देने का कार्य कर रही है। आप निजी विद्यालयों का शिक्षा के क्षेत्र में योगदान अहम है। आज सरकारी विद्यालयों के साथ निजी विद्यालयों का दायित्व है कि समाज के गरीब-गुरवे परिवार के बच्चों का शिक्षा-दीक्षा में अपना भरपूर योगदान दें। हमारी पूरी कोशिश होगी कि आपकी नियम संगत समस्याओं का त्वरित रूप से समाधान हो, इसके लिए शिक्षा विभाग को निर्देश दिया जाएगा। विधान पार्षद सदस्य सह पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि हमारी सरकार समाज के हर वर्ग को शिक्षित करने के लिए कटिबद्ध है। आप अपनी समस्याओं को लिखित रूप से हमें दें। हम पूरी कोशिश करेंगे कि शिक्षा विभाग इस पर पूरी सहानुभूति के साथ विचार कर इसका समाधान करे। हमारे बिहार की धरती के ही एक निजी शिक्षक आचार्य चाणक्य ने पूरे देश को एकसूत्रबद्ध करने के लिए मार्गदर्शन दिया था। हम आप सबों का आह्वान करते हैं कि आज देश की अखंडता व एकता को बनाने में हमारी सरकार के साथ योगदान करें और देश को पुनः विकास के रास्ते बढ़ाने में आपको इतिहास याद रखेगा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कृषि प्रसार पदाधिकारी वैज्ञानिक डॉ पंकज कुमार सिन्हा ने कहा कि हमारी प्राथमिक शिक्षा निजी विद्यालय एवं निजी शिक्षक की देन है और हमारा सौभाग्य है कि हमारे गुरु भारत मानस इस संगठन के संस्थापक सह राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। हमें इन्होंने समाज व देश के विकास में दायित्व निभाने की महत्वपूर्ण पाठ पढ़ाया है, जिसे मैं कृषि के क्षेत्र में पूरी तन्मयता से लगा रहा हूँ। कृषि समन्वयक प्रेम कुमार सिन्हा ने सरकार की योजनाओं के बारे में बताया। बी एच यू के रिसर्च स्कॉलर सिन्हा साहब ने हंसने-हंसाने का दौर चला कर शिक्षा और पर्यावरण पर अपना संदेश नेताओं और अभिनेता का मिमिक्री करते हुए सुनाया और लोगों की काफी तालियां बटोरा। कार्यक्रम को प्रदेश सचिव प्रदेश राजकुमार, संरक्षक ई0 शशि शेखर, संगठन की संरक्षिका श्रीमती रेखा भारती, प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीपति नारायण, जिलाध्यक्ष सुपौल कृष्ण कुमार झा, जिलाध्यक्ष पटना राजेश कुमार, जिला सचिव पटना डॉ मीना गुप्ता, सहित डॉ शशि भूषण कुमार, एसके प्रभाकर, मो0 जाहिद अनवर, इत्यादि ने संबोधित किया। मानवोत्कर्ष संस्था के सचिव इंदल पासवान ने कार्यक्रम में भागीदार सभी विद्यालय संचालकों को आरटीई एक्ट का पालन कर बच्चों को मुफ्त बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में शामिल 400 निजी विद्यालय संचालक को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु शिक्षक रत्न सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में रंजीत कुमार, अरविंद प्रसाद, अजय कुमार, विकास कुमार, अखिलेश प्रसाद, अरुण कुमार, दीनदयाल सिंह, धर्मेंद्र कुमार, अनिल कुमार यादव, अंबिकानंद झा, रमेश कुमार, कृष्ण देव कुमार, नवीन चंद्र कर्ण, लाल बहादुर यादव, अजीत कुमार, विकास कुमार, एस के प्रभाकर, मो अंसार रिजवी, विभाष कुमार, डॉ शशिभूषण कुमार, जितेंद्र कुमार, मो मोजफ्फर हसन, नरेश प्रसाद, निशीकांत कुमार, शैलेंद्र कुमार,नितेश कुमार, गोपी सर, अभय कुमार, शिव प्रसाद सिंह, सरोज कुमार, राम प्रकाश कुमार, चंद्रभूषण कुमार, प्रमोद कुमार, कवींद्र प्रसाद, सुनील कुमार, राजन कुमार, राजेश कुमार, प्रभाकर सर, रुदल प्रसाद सिंह, अशोक कुमार नरेश प्रसाद संजय कुमार, रविराज, मुन्ना कुमार, रंजीत शर्मा, पीयूष कुमार, संजय कुमार, विपिन कुमार वीरमणि मंडल, अरुण कुमार, राजीव कुमार, मुकेश कुमार, जय किशोर प्रसाद,ईश्वर प्रसाद, इंद्रदेव प्रसाद, इंद्रजीत कुमार, रणधीर कुमार प्रेम, प्रसिद्ध नारायण सिंह, डॉ स्नेहलता, अमित कुमार सिंह, श्रवण कुमार, अमरेंद्र कुमार, भेषनाथ प्रसाद, बबन कुमार, रणविजय कुमार, अवधेश प्रसाद,अर्जुन कुमार अकेला, गौतम कुमार, मो इस्माइल अली, विश्वनाथ पांडेय, मो इम्तियाज आलम, कृष्ण सिंह, मिथिलेश प्रसाद, अभिषेक कुमार सहित 400 विद्यालय संचालकों को सम्मानित किया गया। आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती रेखा भारती ने किया।