बाजार बंद होने के बाद IREDA को लेकर बड़ी खबर आई है. IREDA को QIP के जरिए 7% तक हिस्सा बेचने को मंजूरी मिल गई है. सरकार ने 7% तक हिस्सा बेचने को मंजूरी दी है. एक्सचेंज पर जानकारी देते हुए भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) ने बताया कि निवेश एवं सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने कंपनी के पैसा जुटाने के प्रस्ताव पर ऑप्शनल सिस्टम को मंजूरी दे दी है.
दीपम ने हाई लेवल कमेटी की सिफारिश पर ऑप्शनल सिस्टम को मंजूरी दे दी है. ऑप्शनल मैकेनिज्म में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) रूट के जरिए नई इक्विटी जारी करने की अनुमति दे दी है. इस अनुमति के तहत IREDA में सरकार की हिस्सेदारी के 7% तक बेची जा सकेगी.
इस प्रक्रिया को एक या अधिक चरणों में पोस्ट-इश्यू के आधार पर इरेडा की पेड-अप इक्विटी शेयर कैपिटल के तौर पर पूरा किया जाएगा. इरेडा एक या अधिक चरणों में फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) या क्यूआईपी या प्रेफरेंशियल इश्यू या किसी अन्य दूसरे तरीके से 4,500 करोड़ रुपये तक के फंड जुटा सकेगी.
CMD ने दी थी जानकारी
इससे पहले 6 सितंबर को CNBC-TV18 के साथ बातचीत में, IREDA के CMD प्रदीप कुमार दास ने कहा था कि कंपनी ने सरकार से कंपनी में नई इक्विटी जारी करने के लिए अनुरोध किया है. सरकार से 10% तक हिस्सेदारी कम करने का अनुरोध किया है. दास ने उल्लेख किया था कि जब भी फंड जुटाए जाएंगे, सरकार की हिस्सेदारी स्वाभाविक रूप से कम होगी. IREDA के CMD ने यह भी जानकारी दी थी कि अगर कंपनी 4,500 करोड़ रुपये जुटाने में सफल हो जाती है, तो इसका कैपिटल टू रिस्क (वेटेड) एसेट्स रेशियो (CRAR) बढ़कर 25% हो जाएगा.
बुधवार को IREDA के शेयर में मामूली बदलाव हुआ और यह 0.2% गिरकर 227.37 रुपये पर बंद हुआ. शेयर में हाल ही में 310 के टॉप से करीब 30% की गिरावट दर्ज की है. फिर भी, इस साल शेयर की कीमत में दोगुने से अधिक का इजाफा हुआ है. इसमें 117% की बढ़ोतरी हुई है.