आरा....मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी के आरोप में गिरफ्तार जेडीयू एमएलसी राधाचरण की गिरफ्तारी के बाद गुरूवार को पूरे दिन आरा में उनके बाबू बाजार स्थित आवास और अनाईठ के फार्महाउस पर सन्नाटा पसरा रहा।उनके समर्थक उनके बारे में जानकारी लेने जाते दिखे। एमएलसी के विषय में जानकारी लेने पहुंचे मीडिया कर्मियों को उनके परिवार के किसी भी सदस्य ने बात करने से इनकार कर दिया।वहीं ईडी ने राधाचरण साह को गुरुवार को पटना के एमपी एमएलए कोर्ट में पेश किया।पेशी के बाद कोर्ट ने जेडीयू एमएलसी राधाचरण साह को चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में पटना के बेउर जेल भेज दिया।जेडीयू एमएलसी राधाचरण साह को आय से अधिक संपत्ति मामले में ईडी ने पिछले बुधवार को आरा स्थित उनके फार्महाउस से गिरफ्तार किया था।जहां ईडी के अधिकारियों ने उनसे कई घंटों तक पूछताछ की।राधा चरण साह पर रेत के अवैध व्यापार और कर चोरी से लेकर गलत तरीके से धन अर्जित करने तक कई आरोप हैं।इस सिलसिले में केंद्रीय जांच एजेंसियों इनकम टैक्स और ईडी ने जेडीयू एमएलसी के देशभर में फैले दर्जनों ठिकानों पर पिछले दिनों ही छापेमारी की थी और कई अहम दस्तावेज भी जब्त किए थे। बुधवार को ईडी ने राधाचरण साह के आवास से एक डायरी भी बरामद की थी जिसमें कोड वर्ड में कुछ हिसाब-किताब दर्ज है।कोड भाषा में शब्दों के साथ-साथ संख्याओं का भी उपयोग किया गया है।ईडी ने इस डायरी को अपने कब्जे में ले लिया था।ईडी इसे डिकोडिंग के लिए फॉरेंसिक विभाग को भेजेगी।इससे पहले राधा चरण साह और उनके बेटे कन्हैया से पटना स्थित ईडी दफ्तर में कई दिनों तक पूछताछ की गई थी। लेकिन ईडी बाप-बेटे की बातों से संतुष्ट नहीं थी। जिसके बाद ईडी की टीम ने बुधवार को उनसे घंटों पूछताछ के बाद आरा स्थित उनके फार्म हाउस से गिरफ्तार कर लिया और अपने साथ पटना ले गयी।गिरफ्तारी के बाद राधाचरण साह को रात भर पटना स्थित ईडी कार्यालय में रखा गया।गुरुवार की सुबह ईडी की टीम ने राधाचरण साह को एमपी एमएलए कोर्ट में पेश किया।जहां से कोर्ट ने जेडीयू एमएलसी को न्यायिक हिरासत में बेउर जेल भेज दिया। सूत्रों के मुताबिक, जलेबी बेचने से लेकर राधा चरण सेठ रेत खनन, होटल और रेस्तरां व्यवसाय सहित विभिन्न व्यवसायों में शामिल होकर अकूत संपत्ति बनाया। यूं तो राधाचरण सेठ प्रदेश के बड़े कारोबारी माने जाते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका बिजनेस और प्रॉपर्टी दिल्ली, मनाली, ऋषिकेश, नोएडा, झारखंड समेत देश के कई शहरों में है।जनता दल यूनाइटेड में शामिल होने से पहले राधा चरण सेठ राजद से बिहार विधान परिषद के सदस्य भी थे। जून 2020 में बिहार विधान परिषद चुनाव से पहले राधा चरण सेठ राष्ट्रीय जनता दल छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गए। अभी उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफी करीबी माना जाता है।