दरभंगा...मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह के अथक प्रयास का ही नतीजा है कि मिथिला विश्वविद्यालय भी राष्ट्रीय स्तर पर धीरे-धीरे ही सही लेकिन अब अपना छाप छोड़ने लगा है। इसी क्रम में इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय के दयाल सिंह महाविद्यालय के शिक्षक प्रो. विजय कुमार वर्मा सुर्खियों में छाएं हुए हैं। आगामी 9 अक्टूबर 2023 को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से प्रो. वर्मा का मिथिला विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग के कौटिल्य कक्ष में "भारत-चीन राजनीतिक संबंध" पर ऐतिहासिक व्याख्यान आयोजित होने जा रहा है। इस बाबत पूछे जाने पर विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. मुनेश्वर यादव ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि हमारे आमंत्रण पर प्रो. वर्मा ने विशेष व्याख्यान के लिये सहर्ष अपनी स्वीकृति दी है।राजनीति विज्ञान विभाग अपने छात्र-छात्राओं व शोधार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिये प्रतिबद्ध है। हम अपने विभाग में एक से एक व्याख्यान का आयोजन कराते आ रहे हैं और आगामी भविष्य में भी कराने के लिये प्रतिबद्ध हैं। मिथिला विश्वविद्यालय के उप-परीक्षा नियंत्रक (तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा) सह विभाग के युवा व्याख्याता डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि माननीय कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह के कुशल नेतृत्व में मिथिला विश्वविद्यालय में नित्य नये-नये आयाम रच रहा है। माननीय कुलपति के दूरदर्शी सोच का ही नतीजा है कि मिथिला विश्वविद्यालय राष्ट्रीय पटल पर उभर कर आ रहा है। इसका ज्वंलत उदाहरण प्रो. वर्मा का हामी है।हमलोगों के लिये गर्व का विषय है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के दयाल सिंह महाविद्यालय के प्रो. विजय कुमार वर्मा के ऐतिहासिक व्याख्यान का मिथिला विश्वविद्यालय साक्षी बनेगा। प्रो. वर्मा राजनीति विज्ञान विषय के देश के नामचीन विद्वानों की सूची में शुमार हैं जो कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) से लेकर कई राज्यों के राज्य लोक सेवा आयोग के साक्षात्कार सहित प्रशिक्षण में बतौर प्रशिक्षक हिस्सा बनते हैं।