नई दिल्ली....राजधानी के द्वारका स्थित बिहार सदन में बीते दिनों शुक्रवार को रंजन कुमार निर्देशित फिल्म ‘चंपारण मटन’ की स्क्रीनिंग का भव्य आयोजन बिहार फाउंडेशन के द्वारा किया गया।इसमें कई गण्यमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया तथा इस फिल्म का सराहना करते हुए कहा फिल्म चंपारण मटन बिहार की पारंपरिकता के साथ साथ बिहार की संस्कृति और चेतना का भी प्रतीक है तथा इस फिल्म की सफलता के ज़रिए बिहार कि चंपारण जिले के डिश चंपारण मटन और शॉर्ट फिल्मों की अहमियत को दर्शाता है। गौरतलब हो कि यह लघु फिल्म ने दुनियाभर की ढाई हज़ार फिल्मों में से चुन के आखिरी 16 फिल्मों में जगह बनाई थी और अब अगले महीने ये बीजिंग में होने वाले इंटरनेशनल स्टूडेंट फिल्म फेस्टिवल में भी इसे शॉर्टलिस्ट किया गया है। फिल्म की स्क्रीनिंग में शामिल होने के लिए फिल्म के निर्देशक रंजन कुमार और अभिनेत्री फ़लक ख़ान भी मुंबई से आए थे। बिहार फाउंडेशन के सीईओ और बिहार के रेज़िडेंट कमिश्नर कम इन्वेस्टमेंट कमिश्नर कुंदन कुमार ने इस मौके पर कहा कि आज ब्रांड बिहार एक नई पहचान कायम कर रहा है और सिनेमा भी उसका एक सशक्त ज़रिया बन रहा है। इस मौके पर ‘सिनेमा ऑफ इंडिया’ का एक पोस्टर भी रिलीज़ किया गया। इस पूरे कार्यक्रम की एक और खास बात रही चंपारण मटन डिश बनाने की पारंपरिक रेसिपी का लाइव डेमो, जिसके बाद दर्शकों को डिनर में भी इसे खाने का मौका मिला।
निर्देशक रंजन कुमार ने हमारे सहयोगी ईं आर के जायसवाल से बातचीत में कहा कि चंपारण मटन फिल्म के बनने के पीछे की कहानी और चंपारण में मटन के क्रेज़ बारे में बताया गया है और फिल्म में नये कलाकारों के योगदान को रेखांकित करते हुए फिल्म उद्योग में एक मज़बूत और बिलकुल अलग पहचान कायम की है। उन्होंने कहा कि जल्द ही अन्य प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने जा रहे हैं।