दरभंगा......हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, लहेरियासराय स्थित हाउसिंग बोर्ड पार्क में श्री श्री 108 संगीतमय राम कथा ज्ञान यज्ञ ,दरभंगा के पंचम दिवस मिथिला के प्रसिद्ध गायक व गायिका माधव राय,चाँदनी झा चकोर, गायन से प्रारंभ हुई ,माधव राय के भजन दूल्हा दुल्हन सीताराम जनकपुर में,वहीं चांदनी झा चकोर के भजन राधिका गोरी से बिरज की छोड़ी से, पर श्रोता झूम उठे ,तालियों की आवाज से मानों पंडाल झुम उठा, तत्पश्चात मानस मंदाकिनी दिव्यांशी दीदी को आयोजन के मुख्य यजमान सह अध्यक्ष राजेश सिंह व उपाध्यक्ष ललन झा ने स्वागत किया, बतौर मुख्य अतिथि सांसद गोपाल जी ठाकुर शामिल थे।आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा कि यदि सांसद जी पार्क में मिट्टीकरण व सौंदर्यीकरण नहीं करते तो यह आयोजन सम्भव नहीं था। जिस पर सांसद ने बताया कि हमसे जो बन पड़ता है क्षेत्र मे कार्य करने का उसका भरपुर प्रयास करते हैं। श्री राम कथा के पांचवें दिन कथावाचिका मानस मंदाकिनी दीदी दिव्यांशी जी वृन्दावन ने तय श्रीरामजानकी विवाह प्रसंग सुनाया। सभी श्रद्धालुओं ने श्री राम पूजन करके कथावाचक को तिलक लगाया। श्रीराम विवाह प्रसंग के अलावा परशुराम- लक्ष्मण संवाद, चारों भाईयों के फेरे और अयोध्या में विवाह का आनंद मंगल आदि प्रसंग भी सुनाए गए। राम कथा सुनाते हुए कथावाचक ने कहा कि वन गमन करते समय ऋषि विश्वामित्र को राजा जनक द्वारा भेजी हुई कुमकुम पत्रिका मिलती है और विश्वामित्र राम-लक्ष्मण के साथ जनकपुरी में राजकुमारी सीता के स्वंयवर में पहुंचते हैं। राम सीता की प्रथम भेंट एक पुष्पवाटिका में होती है जहां सीता अपनी सखियों सहित गौरी पूजन के लिए पुष्प तोड़ती है। जैसे ही माता सीता श्री राम को देखती है तो अपनी दोनों आंखें बंद कर लेती है और मैया गौरा से अपने लिए प्रभु श्रीराम को ही मांगती है।दिव्यांशी जी ने बताया सीता स्वयंवर में रखी गई शर्त के अनुसार सभी राजा शिव धनुष पर कोई भी राजा प्रत्यंचा नहीं चढा पाया।वहीं उक्त मौके पर समिति के उपाध्यक्ष ललन झा,शिशिर कर्ण,अवधेश सिंह,प्रिंश सिंह,हेमेंद्र प्रसाद उर्फ दिलीप लाल देव,राम नाथ झा, अविनाश कुमार कन्हैया, पंकज कुमार झा, अरबिंद सिंह, पवन कुमार सिंह, स्वामी नाथ झा,राम दिनेश महथा,सुनील कुमार सिंह,डी एन मल्लिक, के के दत्ता ,निखिल कुमार चौधरी, विवेक मिश्रा, रेखा कुमारी सहित हज़ारों की संख्या मे श्रोता उपस्थित थे।