अररिया....अररिया जिला का भारत नेपाल सीमा इन दिनों गांजे की तस्करी के लिए प्रख्यात हो रहा है और इस बात की पुष्टि इसी बात से होती है की जोगबनी सीमा के नेपाल भाग में दो दिनों में 17 भारतीय नागरिक की गिरफ्तारी तीन वाहन के साथ हुई है।जबकि बुधवार को तेल के टैंकर के चैंबर से 600 किलो गांजे की खेप के साथ अररिया जिले के फारबिसगंज प्रखंड के बथनाहा के तीन लोगों को नेपाल में गिरफ्तार किया गया है। कोशी प्रदेश पुलिस प्रमुख चन्द्रकुवेर खापुङ ने बताया की धनकुटा जिले के साँगुरीगढी गाँव पालिका वार्ड संख्या 6 स्थित भेडेटार चौक से 594 किलो गांजा सहित अररिया जिले के तीन भारतीय नागरिक व एक नेपाली नागरिक को गिरफ्तार किया गया है , गिरफ्तार व्यक्ति में फारबिसगंज प्रखंड के बथनाहा निवासी 44 वर्षीय नईम खान, 18 वर्षीय मोहमद अफरोज, 70 वर्षीय लखन महतो व मोरंग जिले रंगेली नगरपालिका निवासी 70 वर्षीय गयानन्द मण्डल है। डीआईजी चन्द्रकुवेर खापुङ के अनुसार इलाका पुलिस कार्यालय भेडेटार की पुलिस टीम के द्वारा मुलघाट से तेल खाली कर विराटनगर के तरफ जा रहे ट्रक को जो डीजल-पेट्रोल लोड करने वाली तेल टैंकर में छुपा
कर रखे गए गांजा को बरामद किया गया है, आरोपी के द्वारा गांजे की खेप को विराटनगर से भारत भेजने की योजना की बात कही है। इन दिनों सीमावर्ती इलाके मे नेपाल के कोशी प्रदेश के पहाडी जिले में उत्पादन किये गए गांजा विभिन्न रास्ते को ट्रान्जिट बना नेपाल से सीमापार करा कर भारत निकासी किया जा रहा है इस कार्य में अब तक के पुलिस रिपोर्ट के आंकड़े पर नजर डाले तो पहाड़ का गांजा
नेपाल से भारत तक पहुचाने में इसका उत्पादक, इसके कारोबारी के साथ उत्तर बिहार के कारोबारी संलग्न है । जिसमें रविवार को गांजे की खेप ला रहे 14 भारतीय नागरिक को 149 किलो गांजा की खेप के साथ गिरफ्तार किया गया था । बीआर 10 पी 9154 एमपी 17 टीए 0512 नम्बर के गाड़ी से
गांजे की खेप ला रहे 31वर्षीय मनोरंजन कुमार ,
39वर्षीय गोपी मण्डल, 23 वर्षीय संजय कुमार मण्डल, 35 वर्षीय रेखा देवी , 35वर्षीय रिंकी देवी,
35 वर्षीय दया मण्डल, 37वर्षीय राजेश मण्डल, 40 वर्षीय पुनम देवी व 24 वर्षीय गुडिया देवी वहीं गांजा
के कारोबार मे शामिल होने पर बीआर 10 एजे 4486 नम्बर के कार चालक 23 वर्षीय संतोष साह, कार में सवार 23 वर्षीय अंकित कुमार यादव, राजा जयसवाल, शिवम सिंह व सत्यम यादव की संलग्नता होने पर इन्हे भी गिरफ्तार किया गया है। वहीं कोशी प्रदेश पुलिस प्रमुख डीआईजी चन्द्रकुवेर खापुङ के अनुसार गांजा कारोबरी व नकली नेपाली नोट के कारोबरी से कनेक्शन को भी तलाश किया जा रहा है। कितने लोग इसमें शामिल हैं और क्या बातचीत
होती थी इन सभी बिंदु पर सुक्ष्म तरीके से अनुसंधान होने की बात कहते हुए डीआईजी चन्द्रकुवेर खापुङ के अनुसार नकली नोट का अंतर्राष्ट्रीय रैकेट होने के कारण तीन चार दिन बाद ही कुछ कहा जा सकता है। अभी जिन लोगो का नाम आया है उसके गिरफ्तारी के लिए पुलिस काम करने की बात कही है।