पूर्णिया.....जोश में होश गंवाया नहीं करते,इस जुमले को बचपन से हम सभी सुनते आ रहे हैं। इस जुमले पर यदि बीमा भारती गौर करती तो शायद लोकसभा चुनाव के लिए वे विधानसभा सीट का त्याग नहीं करती लेकिन सच सामने आई।उनकी विधानसभा सीट भी हाथ से निकल गई।ना काम आया बाहुबल और न काम आया धनबल। क्षेत्र से जनता ने सांसद बनाया है स्वतंत्र उम्मीदवार पप्पू यादव को। वर्तमान समय में बीमा भारती ने भी सांसद से जीत का आशीर्वाद प्राप्त किया था। उससे पहले ही नीतीश कुमार को नकारा साबित कर बीमा ने जदयू की सदस्यता को छोड़ राजद खेमे का दामन थाम लिया।यह कहना है पूर्णिया के एक प्रमुख शिक्षाविद् का।
जनता के आशीर्वाद के सामने किसी की नहीं चलती। जनता ने लालू प्रसाद,तेजस्वी को दरकिनार करते हुए सुशासन बाबू नीतीश कुमार को भी आइना दिखाया और निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह के माथे पर जीत का सेहरा बांध दिया।लालू प्रसाद को भरोसा था उनके करिश्माई व्यक्तित्व तथा हिटर पुत्र तेजस्वी यादव पर लेकिन जनता ने हेकड़ी निकाल दी।बात करें सीएम की तो उनके रुप को भी रूपौली की जनता ने,विकृत कर दिया और हार का लगातार विष पीने वाले शंकर के नाम का डंका फिर बजने लगा।विजयी जनप्रतिनिधि शंकर सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए,रूपौली क्षेत्र की जनता को अपना
धन्यवाद कहा है तथा क्षेत्रीय विकास के लिए हमेशा प्रासंगिक रहने का संकल्प लिया है।