दरभंगा.....विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग और पीडीलाइट इंडस्ट्री लिमिटेड के माह जून में हुए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग के अंतर्गत छह-दिवसीय सॉफ्ट स्किल कार्यशाला (आर्ट और क्रॉफ़्ट) का समापन मनोविज्ञान विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ॰ मनसा कुमारी सुलतानिया के अध्यक्षता में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि की भूमिका में प्रसिद्ध कलाकार प्रो० विरेंद्र कुमार सिंह थे। इन्होंने ऐसे आयोजनों के लिए विभाग की प्रशंसा की और कहा की युवाओं में फाइन-आर्ट कौशल की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है जो जीवन की दशा और दिशा दोनों को परिभाषित करता है। उन्होंने फ़ाइन आर्ट्स को एक जीवन-शैली के तौर पर युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ और संतुलित बनाए रखने पर ज़ोर दिया। विभागाध्यक्ष डॉ० मनसा कुमारी सुलतानिया ने छात्र-छात्राओं द्वारा छः दिवसीय कार्यशाला में किए गये प्रयासों की सराहना की तथा पीडीलाइट के अधिकारी तनमौय घोष तथा कला शिक्षिका विशाखा झा के प्रति विशेष आभार प्रकट किया। इस मौक़े पर डॉ० ज़्या हैदर, विश्वविद्यालय आ॰क्यु॰ए॰सी॰ निदेशक ने विश्वविद्यालय के आगमी नैक मूल्यांकन के मद्देनज़र ऐसे आयोजनों को महत्वपूर्ण बताया।छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए विभिन्न कलाओं के आधार पर क्रमश: प्रथम रूपा कुमारी, द्वितीय सादिका प्रवीण, तृतीय रिधि कुमारी ने प्राप्त किया।
मंच संचालन प्रो० अमृत कुमार झा तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो० अनीश अहमद ने किया। इस मौक़े पर प्रेमचंद्र प्रसाद, राजेश कुमार, संजीव कुमार,तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ मौजूद थे।