अबू धाबी बेस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नॉलजी कंपनी G42 ने भारत के लिए हिंदी में लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) को पेश किया है। G42 को टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट का सपोर्ट है। कंपनी ने अपने हिंदी LLM मॉडल को नंदा (Nanda) नाम दिया है। दावा है कि इस एआई मॉडल को हिंदी, अंग्रेजी और हिंग्लिश जैसी भाषाओं में जवाब देने के लिए ट्रेंड किया गया है। इस जेनरेटिव मॉडल को MBZUAI और सेरेब्रस सिस्टम के साथ मिलकर डेवलप किया गया था। अभी कंपनी ने यह नहीं बताया है कि उसके LLM का यूज कहां होगा। कंपनी ने पिछले साल Jais AI मॉडल को पेश किया था, जो अरबी और अंग्रेजी भाषाओं में ट्रेंड है।
LLM यानी लार्ज लैंग्वेज मॉडल का सबसे बड़ा उदाहरण चैटजीपीटी (ChatGPT) है। हालांकि यह ऐप के रूप में भी उपलब्ध है। नंदा किस रूप में आएगा और उसका यूजकेस क्या होगा? अभी मालूम नहीं है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में G42 इंडिया के CEO मनु कुमार जैन ने ‘नंदा' के बारे में बात की। इस LLM मॉडल को मुंबई में यूएई-भारत बिजनेस फोरम के दौरान अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में अनवील किया गया। मॉडल का नाम भारत की दूसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी नंदा देवी (Nanda devi) के नाम पर रखा गया है।
मनु कुमार जैन ने LLM मॉडल की कुछ खूबियों पर भी बात की। उनके पोस्ट के अनुसार, नंदा 13 बिलियन पैरामीटर मॉडल है। इसे हिंदी, अंग्रेजी और हिंग्लिश समेत 2.13 ट्रिलियन टोकन पर ट्रेंड किया गया है। उन्होंने बताया कि नंदा एक बाई-लिंगुअल मॉडल है। यह हिंग्लिश में भी एक्सपर्ट है।
कंपनी ने अभी यह नहीं बताया है कि नंदा एआई मॉडल को कब रिलीज किया जाएगा। यह भी पता नहीं है कि नंदा पब्लिक डोमेन में आएगा या इसे सरकारी इस्तेमाल के लिए तैयार किया गया है। मनु जैन ने कहा कि नंदा, भारत से जुड़ी सभी जरूरतों को पूरा कर सकता है। यह 50 करोड़ से ज्यादा हिंदी भाषा बोलने वालों को जनरेटिव AI की क्षमता इस्तेमाल करने का मौका देगा।
पिछले साल कंपनी ने Jais एआई को लॉन्च किया था। यह एक ओपन-सोर्स अरबी LLM है। कंपनी को माइक्रोसॉफ्ट का भी सपोर्ट है। अप्रैल में Microsoft ने G42 में 1.5 अरब डॉल (लगभग 12,600 करोड़) का निवेश किया। G42 के बोर्ड में भी माइक्रोसॉफ्ट को एक सीट दी गई है।