व्यंग्य / 2023-05-14 14:23:15

ऊर्जा के बहाने,जाने पहचाने (हास्य- व्यंग्य ) ( विनोद कुमार विक्की)

हमारे लूटन भैया को स्कूली शिक्षा के दौरान होली,दिवाली आदि पर्व के अलावा गणतंत्र दिवस,शिक्षक दिवस,स्वाधीनता दिवस और गाँधी जयंती जैसे राष्ट्रीय दिवस की ही जानकारी थी।इन विशेष दिवस पर ये ऑफलाइन बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते थे।किन्तु जब से इन्होंने गूगल यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया है तब से हर स्पेशल डे को पुरी तन्मयता से ऑनलाइन या वर्चुअल सेलिब्रेट करने लगे है। मेढक की तरह कई महीनों तक हाइबर्नेशन पीरीयड (शीत निष्क्रियता) में रहने वाले हमारे लूटन भैया साल के कुछ दिन सोशल लाइफ सेे सोशल मीडिया तक काफी सक्रिय हो जाते है। जिस प्रकार शरदीय नवरात्रि में माता के भक्त, सावन में भोले नाथ के भक्त,रमजान में अल्लाह के बंदे सक्रिय रहते हैं। उसी प्रकार साल के स्पेशल डे में लूटन भैया असीम ऊर्जा के साथ जिनसेंग युक्त रिवाइटल टेबलेट अथवा रेडबुल एनर्जी ड्रिंक के बिना ही सोशल मीडिया पर तहलका मचाने लगते है। जितना महात्म्य भारतीय लोकतंत्र में गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस का है ठीक उतना ही महत्व लूटन भैया के लिए स्पेशल डे यथा मदर्स डे, फादर्स-डे,फ़्रेंडशिप डे,योगा दिवस,अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस,पर्यावरण दिवस,चिकित्सक दिवस आदि का होता है।इन विशेष दिवस को ये काफी सक्रिय रहते है असीम ऊर्जावान और परम उत्साही दिखते है। न्यू ईयर के मौके पर अकेले ही सारा 'हैप्पी' होलसेल रेट पर मैसेंजर,व्हाटसएप आदि के माध्यम से बांटते फिरते है।इनके माथे पर गाँव मुहल्ला से लेकर सोशल मीडिया तक नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के वितरण का खुमार रहता है। इसी तरह रिपब्लिक डे एवं इंडिपेंडेंट डे पर देशभक्ति का हीमोग्लोबिन इनके रग-रग में दौड़ने लगता है।राष्ट्रीय पर्व की पूर्व संध्या से देर रात तक लूटन भैया राष्ट्रीय भावनाओं से ओत-प्रोत मैसेज सोशल मीडिया पर प्रसारित करते रहते हैं।भले ही वो तिरंगा के नीचे सलामी देने का समय नहीं निकाल पाते हो किन्तु उनके फेसबुक स्टेटस पर तिरंगा सप्ताह भर तक फहरता रहता है। मई के दूसरे रविवार (मदर्स डे) को लूटन भैया के दिल में माँ के प्रति अगाध प्रेम उमड़ता है और उस दिन भले ही माँ के लिए अस्थमा पंप लाना भूल जाए अथवा माँ-बीवी की नोकझोंक में बुढ़ी माँ को डाँट डपट क्यों ना कर दें परन्तु सोशल मीडिया पर सारा दिन मातृ दिवस पर माँ वाली सेल्फी के साथ ममता का शुद्ध ऑक्सीजन सप्लाई करता रहता है। इसी प्रकार साल के 364 दिन पिताश्री के श्रीमुख से "आवारा,निकम्मा,लफवा" सुनने और हस्त-पाद से " लत्तम जुत्तम कुटाई "की ननस्टाॅप सेवा लेने के बावजूद जुन के तीसरे रविवार (फादर्स डे)पर बाप के प्रति सम्मान और प्यार का गागर छलक उठता है। प्रेषित मैसेज और पोस्ट के माध्यम से पूज्य पिताजी को अपना रोल मॉडल बताने से गुरेज नहीं करते हैं। श्रमिक दिवस पर मजदूरों का महिमा मंडन तो डाॅक्टर्स डे पर डाॅक्टर की जय जयकार करता है। अगस्त में इनकी गतिविधि उसी प्रकार बढ़ जाती है जैसे सावन भादों में सड़क के गड्ढों के प्रवासी मेंढ़क की।अगस्त का प्रथम रविवार (फ्रेंडशिप डे) के मौके पर लूटन भैया मैत्रीरस से सराबोर शायरी दोहा से लेकर फाॅरवार्डेड पिक्चर या वीडियो को फेसबुक, व्हाटसएप्प आदि सोशल मीडिया पर चौबीस घंटों तक सर्कुलेट करते रहता है।अपने निजी मित्रों का आभार व्यक्त करना हो या जीवन में मित्र की उपलब्धि का बखान करना हो, फ़्रेंडशिप डे पर पुरा दिन दोस्तों के नाम पर सेंटी एवं इमोशंस के भाव से प्रेरित विचारों की अभिव्यक्ति का पेटेंट मानों सिर्फ लूटन भैया को ही मिला होता है। इनके अगाध मित्र प्रेम के आगे कृष्ण-सुदामा,जय-बीरू आदि की जोड़ी भी कमतर लगती है। वैलेंटाइन डे के मौके पर लूटन भैया पुरा सप्ताह रोमियो मोड में रहते हैं।चॉकलेट डे,रोज डे से लेकर वेलेंटाइन डे के वीकली महोत्सव में जनाब फारवार्डेड मैसेज को फेसबुक व्हाटसएप्प आदि पर जहाँ तहाँ चिपकाते रहते हैं। जिस प्रकार हिन्दु कैलेंडर में हर दूसरा दिन मंगलवारी, तृतीया,गुरुवारी सप्तमी, शुक्रवारी अष्टमी, एकादशी,पूर्णिमा,नार्मल अमावस्या, मौनी अमावस्या आदि कोई ना कोई पर्व को समर्पित रहता है, ठीक उसी तरह साल के हर दूसरा सप्ताह में कोई ना कोई विशेष दिवस का आगमण हो ही जाता है। न्यू ईयर, डाॅक्टर डे,श्रमिक दिवस,गोरैया दिवस,पृथ्वी दिवस,जल दिवस,मातृ दिवस,पितृ दिवस,महिला दिवस,मित्र दिवस,रोज डे,चाॅकलेट डे,वैलेंटाइन डे आदि के रूप में इन स्पेशल दिवस को चिन्हित किया गया है।जब किसी सप्ताह कोई विशेष दिवस नहीं होता तो संयोग वश फेसबुक की कृपा से उस सप्ताह लूटन भैया के सैकड़ों फेसबुकिया मित्रों में से किसी ना किसी मित्र या मित्रानी का बर्थ डे निकल ही आता है। इन विशेष दिवसों पर हमारे लूटन भैया का जोश और शुभकामना प्रेषण की गति 5 जी स्पीड से भी ज्यादा तीव्रतम हो जाती है जैसा कि अमावस्या और पूर्णिमा के दिन ज्वारभाटा की स्पीड! बहरहाल व्यस्तता के दौर में लोग जहाँ अपना जन्मदिन और शादी की सालगिरह तक भूल रहे हैं, वहीं लूटन भैया हर दिन की स्पेशलिटी के साथ सगे संबंधियों और मित्रों को मुबारकबाद देने को तैयार रहते है।

Latest News

Tranding

© NetworldIndia. All Rights Reserved. Designed by Networld