पटना......गंगा जैसी जीवनदायिनी नदी से अपने देश की पहचान ही नहीं है, यह नदी भारत के लिए वरदान भी है.आज पतित पावनी गंगा नदी की अवतरण तिथि के साथ आज ही पत्रकारिता जगत का प्रथम संस्करण उदंंत मार्तण्ड के रूप में 1826 में पाठकों को मिल सका था। चुनौतीपूर्ण, सारगर्भित लेखन से जुडे सभी मीडिया कर्मियों व पाठकों को बिहार विधानसभा के अध्यक्ष ने अपनी शुभकामनाएं दीं हैं। समय प्रसंग के प्रधान संपादक आलोक आशीष ने भी सभी कलमजीवी पत्रकार को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।